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सीडीएस चॉपर हादसे की जांच एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में ट्राई सर्विस जांच कमेटी करेगी : राजनाथ

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को संसद में एक बयान में जानकारी दी कि सेना के जिस हेलीकाप्टर हादसे में बुधवार को सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों की जान चली गयी थी, उस घटना की जाँच एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में ट्राई सर्विस जांच कमिटी करेगी जिसका गठन कर दिया गया है। सेनाओं के तीनों अंगों से जुड़ी इस कमिटी ने जांच शुरू कर दी है। उधर संसद में आज दोनों सदनों में जनरल रावत और अन्य दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गयी।

जांच के लिए बनाई गयी कमिटी एमआई-17 हेलिकॉप्टर हादसे के हर पहलु को देखेगी। जांच समिति के अध्यक्ष एयर मार्शल मानवेन्द्र सिंह वायुसेना के ट्रेनिंग कमांड के कमांडर हैं और खुद भी हेलिकॉप्टर पायलट हैं। राजनाथ सिंह ने आज देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश पर संसद में पूरी जानकारी दी। उन्होंने हादसे के सभी मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं जताईं।

इस बीच लोकसभा और राज्यसभा में सभी दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गई। हादसे को लेकर रक्षा मंत्री ने बताया – ‘जनरल रावत ने एयरफोर्स के एमआई हेलिकॉप्टर से उड़ान भरी थी। उसे 12.15 बजे वेलिंगटन में लैंड करना था लेकिन 12.08 बजे पर हेलिकॉप्टर का एटीसी से संपर्क कट गया था। बाद में लोगों ने मिलिट्री हेलिकॉप्टर को मलबा देखा। उस मलबे से जितने लोगों को निकाला जा सका। उन सबको वेलिंग्टन पहुंचाया गया। जिन लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हुई उनमें सीडीएस बिपिन रावत उनकी पत्नी समेत कुल 13 लोग हैं।’

सिंह ने बताया कि हादसे में गंभीर घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह सेना अस्पताल में लाइफ सपोर्ट पर हैं और उनको बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। वरुण सिंह  को कल गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रक्षा मंत्री ने बताया – ‘एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में ट्राई सर्विस जांच कमिटी ने हादसे की जांच शुरू कर दी है।’

सिंह के बताया – ‘जनरल रावत ने अपनी पत्नी और 12 अन्य लोगों के साथ सुलुर से एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर से सुबह 11 बजकर 48 मिनट पर वेलिंग्टन के लिए उड़ान भरी थी जिसे दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर वेलिंग्टन में उतरना था। सुलूर एटीसी का 12 बजकर 8 मिनट पर हेलिकॉप्टर से संपर्क टूट गया। बाद में कुन्नूर के पास जंगल में स्थानीय लोगों ने आग लगी देखी। मौके पर जाकर उन्होंने हेलिकॉप्टर को आग की लपटों से घिरा देखा जिसके बाद स्थानीय प्रशासन का एक बचाव दल वहां पहुंचा।’

रक्षा मंत्री के मुताबिक हेलीकॉप्टर में सवार कुल 14 लोगों में से 13 की मृत्यु हो गई जिनमें सीडीएस जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी शामिल हैं। सिंह ने बताया कि अन्य मृतकों में सीडीएस के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर, सीडीएस के सैन्य सलाहकार और स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर प्रतीक सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट अधिकारी राणा प्रताप दास, जूनियर अधिकारी अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेन्द्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक वीर साई तेजा शामिल थे। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेलिंग्टन के सैन्य अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली पर हैं।

रक्षा मंत्री ने कहा – ‘सभी पार्थिव शरीर को वायु सेना के विमान से आज शाम तक दिल्ली लाया जाएगा। जनरल रावत का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा और अन्य दिवंगत सैन्य कर्मियों का भी उचित सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। दुर्घटना के बाद एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी को कल ही दुर्घटना स्थल पर भेज दिया गया था और उन्होंने वहां जाकर स्थिति का जायजा लिया।’

प्रदूषण के सुधार को लगाया जा रहा है पलीता

गत दो दिनों से वायु प्रदूषण में सुधार तो देखने को मिला है पर , इस सुधार को पलीता लगाने में फिर से कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है। दिल्ली के हद्य माने–जाने वाले कनॉट प्लेस में जहां-तहां आराजक तत्व रात को सर्दी से बचने के लिये अलाव जलाने से बाज नहीं आ रहे है।

जनपथ मार्केट के ठीक सामने जो कनॉट प्लेस के बरामदें है वहां पर कचडे वाले कागज ओर टूटे टायर को शाम 7 बजे के बाद जलते हुए देखा जा सकता है।

शिवाजी स्टेडियम के पास भी यहीं हाल है। आन-जाने वाले कुछ यात्री इसका विरोध करते है। तो कुछ उनके बचाव के लिये आ जाते है कि इतने कम धुआं से कौन सा प्रदूषण फैल रहा है। बस चालकों ने बताया कि रात 8 बजे सर्दियों के दिनों में यात्रियों की भीड़ काफी कम हो जाती है। इसका फायदा अराजक तत्व और नशेड़ी उठाते है।

बस चालको का कहना है कि सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि औचक निरीक्षण करें और वायु प्रदूषण फैलाने वालों को रोके व उनपर सख्त कार्रवाई करें। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। जानकारों का कहना है कि जब दिल्ली के कनॉट प्लेस में ये हाल है तो दिल्ली के अन्य इलाकों में क्या हाल होगा।

दिल्ली वालों को दूषित माहौल में जीने को मजबूर होना पड़ रहा है। बच्चो से लेकर बुजुर्गो को सांस लेने में दिक्कत होती है। नशा मुक्ति अभियान चलाने वाले अमरीश का कहना है कि सर्दी हो गर्मी हो या अन्य मौसम नशेड़ी बिना भय भीत हुये दिल्ली में जहां-तहां प्रदूषण फैलाते रहते है।

सरकार को इस मामलें में गंभीर व कठोर कार्रवाई करनी चाहिये अन्यथा प्रदूषण का दंश हमारे स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करता रहेगा।

तमिलनाड हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस विपिन रावत, पत्नी समेत 13 लोगों की मौत की पुष्टि  

तमिलनाड की नीलगिरि पहाड़ियों में वायुसेना के हेलीकॉप्टर हादसे में बुधवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत हो गयी है। एक बहुत गंभीर व्यक्ति इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं। हादसे में दिवंगत लोगों के शव शाम तक दिल्ली लाये जाने की खबर है। बताया गया है कि सभी शव जलने के कारण बहुत ही क्षत विक्षत स्थिति में हैं और 95 फीसदी तक जल चुके हैं। डीएनए से शवों की पहचान किये जाने की संभावना है क्योंकि उनकी पहचान करना कठिन हो गया है। वायुसेना प्रमुख ने इसकी पुष्टि की है।

इस हेलीकॉप्टर में उनके अलावा रक्षा सहायक, सुरक्षा कमांडो और वायुसेना के पायलट और क्रू समेत कुल 14 लोग सवार थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई बड़े नेताओं ने इस हादसे और जनरल रावत की मौत पर शोक जताया है। वायुसेना प्रमुख भी घटनस्थल कुनूर रवाना हो गए हैं।

हादसे में जनरल रावत की मौत की पुष्टि के बाद राजनाथ सिंह ने इसकी जानकारी प्रधानमंत्री मोदी से साझा की। उसके बाद संसद में उनके ब्यान की तैयारी की गयी।
इससे पहले आई खबर के मुताबिक तमिलनाडु के नीलगिरी में सेना का यह डबल इंजन हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया। इसमें 13 लोगों के शव मिले हैं। हादसे के बाद हेलीकॉप्टर में आग लग गयी। कुछ घायलों को अस्पताल ले जाया गया है।

याद रहे भारतीय सेना का एमआई-17वीएस सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टरों में से एक माना जाता है। किसी भी वीवीआईपी दौरे में इसी विमान का उपयोग किया जाता है। यह डबल इंजन का हेलीकॉप्टर है, जिससे एक इंजन में खराबी आने पर दूसरे इंजन के सहारे सुरक्षित लैंडिंग कराई जा सके। इस हेलीकॉप्टर की तुलना चिनूक हेलीकॉप्टर से की जाती है।

जानकारी के मुताबिक इस हेलीकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, रक्षा सहायक, सुरक्षा कमांडो और वायुसेना के पायलट समेत कुल 14 लोग सवार थे। दिल्ली से ऊटी और वहां से सुतूर जाते हुए यह हादसा हुआ है। राजनाथ सिंह घटनास्थल पर जा सकते हैं।

दिल्ली से ऊटी और वहां से सुतूर जाते हुए यह हादसा हुआ है। रावत के फोन को लेकर खबर है कि उन संपर्क नहीं हो पाया है। हादसे का कारण अभी पता नहीं चला है। हादसे में एक घायल की हालत बहुत गंभीर बताई जा रही है।

जेएनयू में बाबरी मस्जिद पुनर्निर्माण की मांग कहीं तूल न पकड़ जाये

जेएनयू में 6 दिसम्बर की रात जिस अंदाज में बाबरी मस्जिद के पुनर्निर्माण की मांग उठी है। उसको लेकर जेएनयू की छात्र राजनीति से एक बात तो ऊभर कर आती है कि देर-सवेर ही सही लेकिन आने वाले दिनों में बाबबरी मस्जिद का मामला तूल पकड़ सकता है।

तहलका संवाददाता को जेएनयू के छात्रों ने बताया कि जानबूझ कर बाबरी मस्जिद के मामलों को नये सिरे से उठाने का प्रयास किया गया है। जेएनयू के छात्र पंकज का कहना है कि जेएनयू छात्र संघ के उपाध्यक्ष साकेत मून ने एक विरोध प्रदर्शन के दौरान बाबरी मस्जिद के पुनर्निर्माण की मांग की है। जिसका वीडियो भी वायरल हुआ है।

बताते चलें, जेएनयू में जिस तरीके से 2019 में छात्र आंदोलन को लेकर सियासत हुई थी। उसी तरह फिर से जेएनयू के रास्ते पूरे देश में बाबरी मस्जिद मामलें को कहीं तूल तो नहीं दिया जा रहा है। छात्र पंकज और कुमार विक्रम का कहना है कि भले ही प्रशासन अभी इस मामलों को गंभीरता से न लें रहा है। अगर इस मामले में जेएनयू प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई नहीं की तो आने वाले दिनों में फिर से जेएनयू सियासी अखाड़ा बन सकता है। क्योंकि जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें बाबरी मस्जिद के साथ-साथ अन्य संवेदनशील मुद्दो को हवा देने का प्रयास किया गया है। जो किसी मायने में सही नहीं ठहराये जा सकते है।

जेएनयू के टीचर ने बताया कि आने वाले दिनों में पांच राज्यों और दिल्ली नगर निगम के चुनाव होने है। जेएनयू के हाल ही वायरल वीडियो काफी हद तक चुनावी माहौल को गर्म कर सकता है। क्योंकि देश की राजनीति मौजूदा समय में धर्म और जाति पर आकर टिकती है।

टोंटी के बाद लाल टोपी पर तंज

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव का चुनावी बिगुल भले ही न बजा हो पर, प्रदेश की सियासत दिन व दिन चुनावी रंग में दिखने लगी है। हर रोज नये-नये नारे गढ़े जा रहे है। बिना नाम लिये राजनीतिक तंज कसे जा रहे है। जिससे प्रदेश की जनता चुनावी माहौल का मजा लें रहे ही है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोरखपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए बिना राजनीतिक दल का नाम लिये हुये कहा कि, लाल टोपी वालों से बच कर रहना है। लाल टोपी वालों की सियासत कब्जा और दंबगई तक ही है। उनका लाल टोपी का मतलब लाल बत्ती से है। न कि प्रदेश के विकास से है।

लाल टोपी के तंज पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी लाल टोपी का मतलब समाजवादी पार्टी से निकाल कर कहा कि यही लाल टोपी 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से दूर करेगी। लाल टोपी की सियासत पर उत्तर प्रदेश के राजनीति के जानकारों का कहना है कि अभी चुनाव में दो महीनें से ज्यादा का समय बचा है। लेकिन जैसे–जैसे चुनाव नजदीक आते जायेगे। वैसे–वैसे लाल टोपी जैसे तमाम सियासी जुमलें गढ़े जायेगे।

उत्तर प्रदेश की सियासत के जानकार संजीव कुमार का कहना है कि चुनाव में तो मुख्य रूप से चार प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस चुनावी मैदान में है। लेकिन जिस प्रकार चुनावी माहौल बन रहा है उससे तो लगता है कि चुनाव आते-आते सपा और भाजपा के बीच ही कड़ा मुकाबला हो सकता है। क्योंकि प्रदेश की राजनीति में धार्मिक और जातीय समीकरणों के सहारे चुनाव लड़ा जाता रहा है। सो इस बार भी ऐसा होगा।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भाजपा को हराने के लिये छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन कर रहे है। वहीं भाजपा भी अपने विकास के मुद्दे पर जनता के बीच जाने को तैयार है। संजीव कुमार का कहना है कि अखिलेश यादव पर पहले नल की टोंटी को लेकर तंज कसा जा चुका है अब लाल टोपी को लेकर भी तंज कसा जा रहा है। ऐसे बातों और तंजों से जनता को रस मिलता है। जो चुनाव में एक माहौल बनाता है।

वायु प्रदूषण: स्वास्थ्य के साथ आर्थिक सेहत पर असर

दिल्ली–एनसीआर में वायु प्रदूषण का कहर दिन व दिन गहराता जा रहा है। वायु प्रदूषण को रोकने के लिये सरकार द्वारा जो भी सिस्टम अपनाया जा रहा है। वो नाकाफी है। जिसके चलते स्वास्थ्य पर ही नहीं बल्कि, आर्थिक सेहत पर गहरा असर पड़ रहा है।

आर्थिक मामलों के जानकार प्रो. एच के खन्ना ने बताया कि दिल्ली–एनसीआर पूरे देश में व्यापार हब के लिये जाना जाता है। यहां से आर्थिक गतिविधियां चलती है। देश के दूर-दराज राज्यों के छोटे-छोटे गांव , कस्बों तक से लोग यहां से अपना व्यापारिक सामान ले जाते रहे है।

लेकिन गत दो-सालों जिस बीच कोरोना आया, साथ ही दिल्ली की हवा में प्रदूषित धुंआ शामिल हुआ है तब से लोग दिल्ली में आने से कतराने लगें है।

प्रो. खन्ना का मानना है कि दिल्ली सरकार कुछ हद तक दिल्ली से वायु प्रदूषण को कम करने के लिये वाहनों पर आँड-ईवन रूल लागू करती थी। लेकिन इस साल ऐसा क्या हो गया है कि आँड-ईवन को लागू नहीं किया गया है। जबकि वायु प्रदूषण को बढ़ाने में वाहनों की अहम् भूमिका होती है।

आर्थिक सेहत पर असर पड़ने का एक कारण ये भी है कि जब दिल्ली की फिजाओं में जहरीला धुंआ शामिल होता है। तो गांव-कस्बों के लोग दिल्ली में आने से बचते है और तो और दिल्ली के कई बड़े व्यापारी घरों से निकलने से बचते है । उनका कहना है कि सरकार तो देखने और दिखाने के तौर पर फैक्ट्रियों को बंद करवाती है।

जिससे फैक्ट्री मालिकों के धंधे प्रभावित होते है। उनको बंद फैक्ट्री के चलते हर रोज नुकसान होता है। जबकि सरकार को समस्या का समाधान पता है। फिर भी समाधान नहीं किया जाता है। जिसके चलते लोगों के स्वास्थ्य पर आर्थिक सेहत पर गहरा असर पड़ रहा है। प्रो.खन्ना का कहना है कि वायु प्रदूषण को रोकने में शासन ही नहीं प्रशासन की उदासीनता भी जिम्मेदार है।

कांग्रेस ने पंजाब की अहम चुनाव समितियों में सोनी, जाखड़ और बाजवा को बनाया अध्यक्ष  

चार महीने बाद होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव की तैयारियों में पहल दिखाते हुए कांग्रेस ने सोमवार शाम विभिन्न चुनाव समितियों का ऐलान कर दिया। दिलचस्प बात यह कि इन समितियों के गठन में विभिन्न गुटों के नेताओं को जिम्मेवारी देकर उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश की गयी है। नाराज दिख रहे सुनील जाखड़ को महत्वपूर्ण चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। साथ ही उन्हें पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी मे भी जगह दी गर्इ है।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मंजूरी के बाद संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की तरफ से जारी एक प्रेस नोट के मुताबिक ने वरिष्ठ नेता अम्बिका सोनी को चुनाव संयोजन समिति का अध्यक्ष बनाया है जबकि चुनाव प्रचार समिति का जिम्मा सुनील जाखड़ को दिया गया है। इसी तरह प्रताप सिंह बाजवा को चुनाव घोषणा पत्र समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।

पंजाब में अगले साल के शुरू के महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। सत्ताधारी कांग्रेस में फिलहाल कई मसलों पर खटपट चल रही है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ आजकल काफी नाराज दिख रहे थे। अब उन्हें चुनाव की दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाकर महत्व दिया गया है। तीन सबसे महत्वपूर्व कमेटियों में अम्बिका सोनी, सुनील जाखड़ और प्रताप सिंह बाजवा जैसे बड़े नेताओं को स्थान दिया गया है।

उधर कांग्रेस ने पंजाब चुनाव के लिए बनाई गयी स्क्रीनिंग कमेटी में अजय माकन को चेयरमैन, और चन्दन यादव एयर कृष्णा अल्लावारु को  सदस्य बनाया है। इसमें पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी, नवजोत सिंह सिद्धू, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, सुनील जाखड़ और पंजाब के प्रभारी सभी एआईसीसी सचिवों को एक्स-आफिसों सदस्य बनाया गया है।

नागालैंड फायरिंग पर संसद में हंगामा, शाह ने कहा इस घटना की जांच एसआईटी करेगी

नागालैंड में रविवार को फाइरिंग की घटना में 13 नागरिकों की मौत पर सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा में काफी हंगामा हुआ। प्रश्नकाल के दौरान इस घटना पर कांग्रेस और विपक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। बाद में इस विषय पर गृह मंत्री अमित शाह ने घटना पर गहरा दुःख जताते हुए सदन को बताया कि इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है, जो एक महीने के भीतर जांच पूरी करके रिपोर्ट  पेश करेगी।

इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि आखिरकार गृह मंत्रालय क्या कर रहा है जब आम नागरिक, यहां तक कि सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित नहीं हैं। उधर भारतीय सेना ने मामले की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ का आदेश दिया है और  घटना पर गहरा खेद जताया है।

नागालैंड फायरिंग पर कांग्रेस और विपक्ष के हंगामा करने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में दिए बयान में कहा – ‘उन्हें संदिग्ध समझते हुए फायरिंग हुई थी।  भारत सरकार नागालैंड घटना पर गहरा खेद और मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताती है। घटना की विस्तृत जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है जिसे एक महीने के अंदर जांच पूरी करने को कहा गया है।’

शाह ने कहा – ‘सभी एजेंसियों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि भविष्य में विद्रोहियों के खिलाफ अभियान चलाते समय इस तरह की किसी घटना की पुनरावृत्ति न हो। वाहन में सवार 8 में से 6 लोगों की मौत हो गई। बाद में पता चला कि यह गलत पहचान का मामला है। दो अन्य घायलों को सेना ने निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल किया। इसके बाद जब स्थानीय ग्रामीणों को घटना की खबर मिली तो उन्होंने सेना की यूनिट को घेर लिया।’

गृह मंत्री ने कहा कि सेना ने घटना के कारणों की उच्चतम स्तर पर जांच शुरू कर दी है और कानून के मुताबिक कार्रवाई होगी। शाह ने कहा – ‘घटना की जानकारी मिलते ही मैंने तुरंत राज्यपाल और मुख्यमंत्री से संपर्क किया। गृहमंत्रालय ने मुख्य सचिव और डीजीपी से भी संपर्क किया। स्थिति पर घटना के बाद से ही कड़ी नजर रखी जा रही है और पूर्वोत्तर के प्रभारी अतिरिक्त सचिव को कोहिमा भेज गया है।’

उधर लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने नागरिकों की हत्या का मामला  उठाया और सरकार से इसपर जवाब देने को कहा। नगालैंड की घटना पर राज्यसभा में भी हंगामा हुआ। वहां कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मांग की कि गृह मंत्री दोनों सदनों में घटना पर विस्तृत ब्यान दें।’

इस बीच फायरिंग की घटना पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा – ‘भारत सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। गृह मंत्रालय आखिरकार कर क्या रहा है जब आम नागरिक, यहां तक कि सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित नहीं हैं।’

राहुल गांधी ने एक ट्वीट में सरकार पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया – ‘यह बहुत ही दुखद है। भारत सरकार को सच्चाई के साथ जवाब देना चाहिए। जब अपने ही घर में न आम लोग और न ही सुरक्षाबल सुरक्षित हैं, तो आखिरकार गृह मंत्रालय क्या कर रहा है?’

ओमिक्रोन का असर: बाज़ारों में सन्नाटा

देश में ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों को लेकर एक ओर जनमानस डर रहा है । वहीं दिल्ली के बाजारों में भय का माहौल है। व्यापारियों ने तहलका संवाददाता को बताया कि 2020 से कोरोना के कहर के चलते भारत ही नहीं बल्कि तामाम देशों ने बेरोजगारी और महगांई का दंश झेला है।

लेकिन 2021 के जून से कोरोना का कहर कम होने से तामाम अर्थव्यवस्थायें उभरने के लिये लगी थी। बाजारों में रौनक बढ़ी थी। लेकिन अब ओमिक्रोन की दस्तक के साथ लोगों में एक भय और डर का माहौल बढ़ रहा है। जो निश्चित तौर पर बेरोजगारी और महगांई को ले जा सकता है। चांदनी चौक के व्यापारी अमन गुप्ता का कहना है कि जो छोटे –बडे व्यापारियों के दिल्ली से खरीददारी के लिये देश के शहर और गांवों से आँडर आते थे। वो कम होने लगे है।

लोगों के अंदर ये भय है कि कहीं कोरोना की तीसरी लहर आ गयी तो उनके व्यापार का क्या होगा। क्योंकि जिस तरह ओमिक्रोन को लेकर वातावरण बन रहा है। वो ठीक नहीं है। दिल्ली सदर बाजार के व्यापारी राकेश कुमार का कहना है कि  व्यापारियों में खुशी का वातावरण बन रहा था कि कोरोना लगभग चला सा गया है।

वहीं किसान आंदोलन खत्म हो रहा है।  क्योंकि किसानों पर देश का व्यापार काफी हद तक निर्भर है।लेकिन जिस तरह से कोरोना का नया स्वरूप जो बढ़ रहा है। इससे व्यापार के साथ अर्थ व्यवस्था पर काफी चोट पहुंचने लगी।जिससे बेरोजगारी और महगांई बढ़ना निश्चित है।

दिल्ली के व्यापारियों का कहना है कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो महगांई की मार चलती रहेगी। क्योंकि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से वैसे ही किराया-भाड़ा बढ़ा है।दिल्ली के कपड़ा व्यापारी परम लाल अग्रवाल ने बताया कि अभी सिर्फ ओमिक्रोन की दस्तक ही है।

लेकिन बाजारों में ग्राहक कम आने लगें है। उनका कहना है कि सर्दी के मौसम में और इन दिनों शादियां की लगन है फिर भी बाजार में खरीददार कम दिखने शुरू हो गये है। वजह साफ है कि एक तो लोगों के पास पैसा का अभाव है उस पर, ओमिक्रोन का भय है। सो लोग पैसा कम से कम खर्च करना चाह रहे है। जिसकी वजह से बाजारों से सन्नाटा बढ रहा है।

थरूर ने छोड़ी ‘संसद टीवी’ की एंकरिंग, बोले निलंबित सांसदों की बहाली पर ही लौटेंगे वापस

शिवसेना की राज्य सभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी के बाद अब कांग्रेस के लोकसभा सदस्य सांसद शशि थरूर ने भी संसद टीवी के शो की मेजबानी छोड़ दी है। ऐसा उन्होंने संसद के मानसून सत्र से 12 सांसदों के निलंबन के विरोध में किया है।
इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए शशि थरूर ने संसद टीवी के शो को मेजबानी करने से मना कर दिया। उन्‍होंने अपने पत्र में कहा – ‘जब तक सभी 12 सांसदों का निलंबन वापस नहीं लिया जाता, तब तक वह संसद टीवी के किसी भी शो की मेजबानी नहीं करेंगे।’ बता दें, तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर काफी समय से संसद टीवी के शो ‘टू द प्वाइंट’ का मेजबानी करते हैं।

शशि थरूर ने कहा – ‘मेरा मानना था कि एक शो की मेजबानी के लिए संसद टीवी के निमंत्रण को स्‍वीकार करना भारत के संसदीय लोकतंत्र की सर्वोत्‍तम परंपराओं में आता है। यह इस बात को दर्शाता है कि हमारे राजनीतिक मतभेद चाहे जो भी हों, ये हमें संसद सदस्यों के रूप में, विभिन्न संसदीय संस्थानों में पूरी तरह से भाग लेने से नहीं रोकते।’

कांग्रेस सांसद कि लोकसभा के सदस्यों के निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सांसदों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए वह ‘टू द प्वाइंट’ की एंकरिंग छोड़ रहे हैं। उन्‍होंने कहा – ‘अगर सांसदों का निलंबन वापस ले लिया जाता है तो वो फिर से शो के साथ जुड़ सकते हैं। लेकिन जब तक उनका निलंबन रद्द नहीं हो जाता है तब तक वह शो नहीं करेंगे।’

शशि थरूर से पहले शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी संसद के मानसून सत्र से सांसदों के निलंबन के बाद संसद टीवी के एक शो के लिए एंकर के रूप में इस्तीफा दे दिया था। रविवार को उन्होंने राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को इस संबंध में पत्र भी लिखा था। प्रियंका ने पत्र में लिखा था कि बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मैं संसद टीवी के शो ‘मेरी कहानी’ के एंकर के रूप में पद छोड़ रही हूं। मैं ऐसी जगह पर किसी पद पर रहने के लिए तैयार नहीं हूं, जहां मेरे प्राथमिक अधिकार को ही छीना जा रहा है।