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दिल्ली शराब नीति मामले में ईडी के देश भर में 35 जगह छापेमारी

दिल्ली सरकार की ‘शराब नीति’ मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को फिर देश के कुछ हिस्सों में छापेमारी की है। यह छापे दिल्ली, पंजाब और हैदराबाद समेत देशभर में 35 स्थानों पर चल रहे हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक ईडी ने आज यह छापे शराब व्यवसायियों, वितरकों और आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क से जुड़े परिसरों पर मारे हैं। ईडी की अलग-अलग टीमों ने यह छापे कलसुबह शुरु किये। अब तक ईडी ने इन छापों में कई दस्तावेज खंगाले हैं और कुछ  जब्त किये हैं।

शराब नीति को लेकर ईडी ने धनशोधन का मामला दर्ज किया है। पिछले महीने भी ईडी ने इसे मामले में दो बार छापेमारी की थी और शराब कारोबारी समीर महेंद्रू समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया था।

आम आदमी पार्टी के संचार प्रभारी और कारोबारी विजय नायर को इसी मामले में गुरुवार को दिल्ली की एक अदालत ने दो हफ्ते की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।  दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में सीबीआई ने नायर को गिरफ्तार किया था, जिसमें उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी एक आरोपी हैं।

अभियोजन के आरोपों के मुताबिक, नायर ने अन्य लोगों के साथ मिलकर एक आपराधिक साजिश रची, जिसके एक हिस्से के तहत दिल्ली सरकार की आबकारी नीति, 2021-2022 तैयार करके इस पर अमल किया गया। आरोप के मुताबिक इसका मकसद सरकार को चूना लगाकर शराब निर्माताओं और इसके वितरकों को अनुचित और अवैध लाभ प्रदान करना था।

दिल्ली आबकारी नीति मामले में आप के विजय नायर को 20 अक्टूबर तक भेजा गया न्यायिक हिरासत में

दिल्ली की आबकारी नीति मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के गिरफ्तार कम्युनिकेशन इंचार्ज और आरोपी नंबर 5 विजय नायर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया हैं। उन्हें आज सीबीआई द्वारा दिल्ली की राउस एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था और सीबीआई ने कहा कि पूछताछ और जांच के लिए रिमांड को आगे बढ़ाने की जरूरत नहीं हैं इसलिए आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाए।

कोर्ट में नायर के वकील रमेश गुप्ता ने कहा कि सीबीआई पूछताछ के नाम पर जरूरी केस डायरी नहीं मेंटेन कर रही हैं। केस डायरी को सीबीआई कोर्ट के सामने रखे और उन्होंने कहा कि विजय नायर को जबरन जेल में रखा जा रहा हैं।

विजय नायर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और इस मामले में अगली सुनवाई 20 अक्टूबर को होगीं। रिपोर्ट के मुताबिक विजय नायर को राष्ट्रीय राजधानी में शराब के ठेकों के लाइसेंस के आवंटन में कथित अनियमितताओं के संबंध में गुटबंदी और साजिश में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

नायर मनोरंजन और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ‘ओनली  मच लाउडर’ के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। साथ ही आप के कम्युनिकेशन इंचार्ज भी हैं। और पार्टी के लिए सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार अभियान का कार्य संभालते हैं। उन्होंने पार्टी दिल्ली और पंजाब में पार्टी के लिए काम किया ही है साथ ही वह अब गुजरात में भी काम कर रहे हैं।

आपको बता दें, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी जिसके बाद दिल्ली सरकार ने घोषणा की थी कि वह नीति वापस ले रही हैं। और इस मामले मे अगस्त में सीबीआई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के दिल्ली स्थित घर और कई अन्य राज्यों में 20 स्थानों पर छापेमारी की थी।

थाईलैंड में गोलीबारी, 22 बच्चों समेत 34 लोगों की मौत

थाईलैंड के बच्चों के डे-केयर सेंटर में गोलीबारी की घटना में 22 बच्चों समेत 34 लोगों के मरने की सूचना मिली हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हमलावर ने भी खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली हैं।

सूत्रों के अनुसार हमलावर पूर्व पुलिस अफसर बताया जा रहा है इस घटना से थाईलैंड के लोग दहशत में हैं। पुलिस का कहना है कि बंदूकधारी एक पूर्व पुलिस अधिकारी था। थाईलैंड में गन ओनरशिप की दर कुछ अन्य देशों की तुलना में अधिक हैं। अवैध हथियार भी यहां आम हैं।

आपको बता दें, थाईलैंड में अकसर इस प्रकार की बड़ी गोलीबारी की घटनाएं बेहद कम ही होती हैं, लेकिन 2020 में भी एक प्रॉपर्टी डील से नाराज सैनिक की चार स्थानों पर की गई फायरिंग में कम से कम 29 लोग मारे गए थे और 57 लोग घायल हो गए थे।

कांग्रेस नेता उदित राज ने किया आपत्तिजनक ट्वीट, एनसीडब्ल्यू ने भेजा नोटिस

कांग्रेस नेता उदित राज ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर एक ट्वीट किया जिसके बाद भाजपा ने उन्हें घेरा हैं। राज ने ट्वीट कर कहा कि, “द्रौपदी मुर्मू जी जैसा राष्ट्रपति किसी देश को न मिले। चमचागिरी की भी हद्द है। कहती हैं 70% लोग गुजरात का नमक खाते हैं। खुद नमक खाकर ज़िंदगी जिएँ तो पता लगेगा।“

उदित राज के इस ट्वीट के बाद भाजपा का कहना है कि जिस तरह उदित राज ने ‘चमचागीरी’ शब्द का इस्तेमाल किया उससे यह साफ पता चलता है कि कांग्रेस किस तरह से आदिवासियों के विरोध में खड़ी है।

भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि उदित राज द्वारा राष्ट्रपति मुर्मू के लिए इस्तेमाल किए गए शब्द चिंताजनक, दुर्भाग्यपूर्ण हैं। और यह पहली बार नहीं हैं जब उन्होंने इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया हैं। कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने भी ऐसी ही किया था। कांग्रेस नेताओं के यह बयान उनकी आदिवासी विरोधी मानसिकता को दर्शाता हैं।

बता दें उदित राज के ट्वीट पर राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने नोटिस जारी किया है। और उन्हें अपने बयान पर माफी मांगने को कहा है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने ट्वीट कर कहा कि, “देश की सर्वोच्च शक्ति और अपनी कड़ी मेहनत से इस मुकाम तक पहुंचीं महिला के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक बयान। उदित राज को अपने अपमानजनक बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।@NCWIndia उन्हें नोटिस भेज रहा है।“

वहीं दूसरी तरफ उदित राज ने ट्वीट कर कहा कि, “द्रौपदी मुर्मू जी से कोर्इ दुबे, तिवारी, अग्रवाल, गोयल, राजपूत मेरे जैसा सवाल करता तो पद की गरिमा गिरती। हम दलित-आदिवासी आलोचना करेंगे और इनके लिए लड़ेंगे भी। हमारे प्रतिनिधि बनकर जाते हैं फिर गूंगे बहरे बन जाते हैं। ”

इतना ही नहीं उदित ने एक ट्वीट और कर लिखा कि, “द्रौपदी मुर्मू जी का राष्ट्रपति के तौर पर पूरा सम्मान है वो दलित-आदिवासी की प्रतिनिधि भी हैं। और उन्हें अधिकार है अपने हिस्से का सवाल करना। इसे राष्ट्रपति पद से न जोड़ा जाए।“

उदित राज द्रौपदी मुर्मू को लेकर पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं। एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद भी उन्होंने कहा था कि, “जाति देखकर खुश न होना, कोविंद जी राष्ट्रपति बने तो दलित खुश हुए और भला एक चपरासी का नहीं कर पाए।”

आपको बता दें, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 4 अक्टूबर को गुजरात के गांधीनगर में एक कार्यक्रम में शामिल हुईं थीं। इस दौरान उन्होंने कहा था कि देश में 76 प्रतिशत नमक का उत्पादन गुजरात करता है और यह कहा जा सकता है कि राज्य द्वारा उत्पादित नमक सभी भारतीयों द्वारा खाया जाता हैं।

इस दौरान गुजरात मॉडल की तारीफ करते हुए मुर्मू ने कहा कि, “प्रधानमंत्री मोदी गुजरात की प्रगतिशील एवं समावेशी संस्कृति के आदर्श प्रतिनिधि हैं।“

यूपी: पुलिस की कार्यशैली से परेशान रेप पीड़िता ने की खुदकुशी

उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर से रेप पीड़िता का आत्महत्या करने का मामला सामने आया हैं। रेप पीड़िता ने अपने घर में ही फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली हैं। बताया जा रहा है कि खुदकुशी से पहले पीड़िता ने पुलिस को बताया भी था कि अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं आत्महत्या कर लूंगी।

यह मामला अंबेडकरनगर के मालीपुर थाना क्षेत्र का हैं। और मृतक के पिता का आरोप है कि जब उसे थाने से न्याय नहीं मिला तो वह एसपी के यहां गयी और उसे वहां से डांट-फटकार कर भगा दिया गया।

बताया जा रहा है कि रेप पीड़िता पुलिस की कार्यशैली से परेशान थी और परिजनों का आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने लापरवाही की हैं। किंतु अब डीएम, सीडीओ, एसडीएम, एएसपी पीड़ित सभी पीड़ित के गांव पहुंचे हैं।

आपको बता दें, यह मामला 16 सितंबर का है जब कक्षा आठ की छात्रा घर से स्कूल गयी थी किंतु वह शाम को घर नहीं लौटी। परिजनों ने खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला। जिसके बाद परिजनों ने मालीपुर पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया। लेकिन नामजद प्रार्थना पत्र देने के बावजूद पुलिस ने हेराफेरी कर अज्ञात के विरूद्ध अपहरण का मुकदमा दर्ज किया।

परिजनों के मुताबिक जब छात्रा दो दिन बाद घर लौटी तो उसने अपहरण के बाद लखनऊ के किसी होटल में दो युवकों द्वारा दुष्कर्म किए जाने की बात बतार्इ। मृतका के पिता के मुताबिक पुलिस कार्रवाई के बजाय उस पर समझौते का दबाव बना रही थी। और पीड़िता ने मालीपुर थानाध्यक्ष से कहा था कि अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं आत्महत्या कर लूंगी।

वहीं दूसरी तरफ पुलिस अधीक्षक अजित सिंह ने बताया कि इस मामले में छात्रा का मेडिकल कराया गया हैं, और बयान दर्ज के आधार पर दो लोगों द्वारा बलात्कार की पुष्टि हुई हैं। और अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही थी, इसी बीच आज जानकारी आई है कि पीड़िता ने आत्महत्या कर ली हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही हैं।

केरल में सड़क हादसे में छात्रों सहित 9 लोगों की मौत, 35 अन्य घायल

एक बड़े हादसे में केरल में वडक्कनचेरी के निकट मंगलम में गुरूवार सुबह सैलानी  बस और केएसआरटीसी की बसों में टक्कर हो जाने से छात्रों सहित 9 लोगों की मौत हो गयी। हादसे में करीब 35 लोग घायल हुए हैं जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई गयी है। बस में ज्यादातर छात्र बैठे थे।

जानकारी के मुताबिक हादसा पलक्कड़ जिले के मंगलम में आधी रात 12 बजे के बाद हुआ। कोट्टाराक्कारा से कोयंबटूर जा रही एक बस को एक पर्यटक बस ने पीछे से टक्कर मार दी जिससे वह दलदल से भरे नाले में जा गिरी।

हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई जबकि 35 घायल हुए हैं। हादसे के समय बस में एर्नाकुलम में मार बेसिल के विद्यानिकेतन स्कूल के 42 छात्र और पांच शिक्षक बैठे थे। घायलों को पलक्कड़ जिला अस्पताल, त्रिशूर मेडिकल कॉलेज, अलाथुर तालुक अस्पताल और वडक्कनचेरी के एक निजी अस्पताल सहित विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया हैं। .

अधिकारियों क मुताबिक 10 लोगों की हालत गंभीर है। अलाथुर और वडाकनचेरी से दमकल की टुकड़ियां मौके पर गयी और बचाव अभियान चलाया गया।

‘भारत जोड़ो यात्रा’ में कर्नाटक के मंड्या से पदयात्रा में शामिल हुईं सोनिया गांधी

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कर्नाटक के मांड्या में  बृहस्पतिवार से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होकर राहुल गांधी तथा अन्य भारत यात्रियों के साथ शामिल हुई। सोनिया ने पदयात्रा को मांडया जिले के डाक बंगला इलाके से आरंभ किया।

सोनिया गांधी पहली बार ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुई हैं। उनका यात्रा में शामिल होना इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है कर्नाटक विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले मांडया में महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देवगौड़ा परिवार के दबदबे वाला क्षेत्र माना जाता हैं।

कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि, “यह ऐतिहासिक क्षण हैं कि सोनिया गांधी जी इस यात्रा में शामिल हुई हैं। इससे पार्टी कर्नाटक में और भी मजबूत होगी।“

बता दें कर्नाटक से सोनिया गांधी का गहरा संबंध इस प्रकार भी है, कि जब कभी भी गांधी परिवार पर राजनीतिक संकट आया है तब दक्षिण भारत ने उसे मुश्किल से उबारा हैं। भारत की दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी दक्षिण भारत की सीटों से लोकसभा चुनाव लड़ा था। और सोनिया गांधी भी कर्नाटक के बेल्लारी सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं।

आपको बता दें, ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की शुरुआत राहुल गांधी और कांग्रेस के कई अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं ने 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरुआत की थी। और इन दिनों यह यात्रा कर्नाटक में हैं। यात्रा का समापन अगले साल की शुरूआत में कश्मीर में होगा।

इस पूरी यात्रा के दौरान कुल 3,570 किलोमीटर की निर्धारित दूरी तय की जाएगी और राहुल समेत 119 अन्य नेताओं को ‘भारत यात्री’ नाम दिया गया हैं, जो इस पदयात्रा को करते हुए कश्मीर तक जाएंगे।

सुरक्षा बलों ने अलग-अलग मुठभेड़ों में कश्मीर में चार आतंकवादी किये ढेर  

सुरक्षा बलों ने बुधवार शाम जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में हुई मुठभेड़ में चार आतंकियों को ढेर कर दिया हैं। अलग-अलग यह मुठभेड़ें द्राच (शोपियां) और दक्षिण कश्मीर के मूलु में हुईं। आतंकियों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए हैं।

जानकारी के मुताबिक मारे गए आतंकियों में हाल में एक पुलिसकर्मी की हत्या करने वाले आतंकी भी शामिल हैं। शोपियां के द्राच कीगाम इलाके में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी मारे गए, जबकि दक्षिण कश्मीर के जिले के मूलु इलाके में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का एक आतंकी भी ढेर कर दिया गया हैं।

पुलिस के मुताबिक पहली मुठभेड़ द्राच में हुई जहाँ आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी करके तलाशी शुरू कर दी। तलाशी दस्ते के मौके पर पहुंचने के साथ ही आतंकवादियों ने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं और पुलिस की जवाबी कार्रवाई के साथ ही मुठभेड़ शुरू हो गई।

मुठभेड़ में एलईटी के तीन आतंकी मारे गए हैं और उनके शव बरामद कर लिए गए हैं। पुलिस के मुताबिक मारे गए आतंकवादियों की पहचान दूमपोरा कीगाम निवासी जुबैर मकबूल वानी, राजपोरा निवासी जमशीद अहमद मगरे और पुलवामा में करीमाबाद निवासी हनान बिन याबूक उर्फ साकिब के रूप में की गयी है। इनमें से मगरे और साकिब पुलवामा के पिंगलाना में 2 अक्टूबर को हुई विशेष पुलिस अधिकारी जावेद डार की हत्या में शामिल थे।

दुसरी मुठभेड़ दक्षिण कश्मीर के मुलू में हुई जहाँ मारे गए आतंकी की पहचान शिरमल निवासी आरिफ राशिद वानी के रूप की गयी है। पुलिस के मुताबिक द्राच में मारा गया वानी वह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था। पुलिस ने दोनों मुठभेड़ स्थलों से एके सीरिज के चार राइफल, एक पिस्तौल, एके राइफलों की आठ मैगजीन, पिस्तौल की चार मैगजीन और अन्य सामग्री बरामद की हैं।

उत्तराखंड में हिमस्खलन में फंसे दस पर्वतारोहियों की मौत, 8 को बचाया

उत्तराखंड में हिमस्खलन में फंसे 28 पर्वतारोहियों में से दस की मौत हो जाने की खबर है जबकि 8 को बचा लिया गया है। यह घटना द्रौपदी का डंडा-दो पर्वत चोटी की है जहाँ हिमस्खलन के कारण नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के दो दर्जन से अधिक प्रशिक्षु फंस गए थे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पर्वतारोहियों की मौत पर गहरा शोक जताया है।

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक ट्वीट में बताया है कि हिमस्खलन में फंसे पर्वतारोही प्रशिक्षणार्थियों को बचाने के लिए जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एनडीआरएफ, सेना और आईटीबीपी के जवान तेजी से राहत और बचाव कार्य चला रहे हैं। राहत और बचाव कार्य के लिए भारतीय वायु सेना ने दो चीता हेलीकॉप्टर भेजे हैं।

राज्य के पुलिस प्रमुख के मुताबिक हिमस्खलन में फंसे एनआईएम के 28 प्रशिक्षुओं में से 8 प्रशिक्षुओं को बचा लिया गया है। सुबह करीब नौ बजे हिमस्खलन की घटना हुई। हादसे की सूचना मिलते ही द्रौपदी के डंडा-2 पर्वत शिखर पर हिमस्खलन में फंसे प्रशिक्षुओं को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीमें देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड से रवाना की गयी।

राज्य के मुख्यमंत्री के मुताबिक उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की और बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए सेना से मदद की गुहार लगाई है। केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्विटर पर   जानमाल के नुकसान पर दुख जताया है। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को सांत्वना दी है।

राजनाथ सिंह का ट्वीट – “उत्तरकाशी में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान द्वारा किए गए पर्वतारोहण अभियान में भूस्खलन के कारण कीमती जान गंवाने की दुखद सूचना से से गहरा दुख हुआ है।  शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।”

पहाड़ी समाज को शिक्षा और नौकरी में मिलेगा आरक्षण: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज जम्मू-कश्मीर के राजौरी में घोषणा कर कहा है कि गुर्जरों और बकारवाल के अलावा पहाड़ी समुदाय को जल्द ही अनुसूचित जनजाति (एसटी) के रूप में शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण मिलेगा।

अपनी रैली के दौरान शाह ने कहा कि उप राज्यपाल द्वारा स्थापित आयोग ने रिपोर्ट भेज दी हैं जिसमें गुर्जर, बकरवाल और पहाड़ी समुदायों के लिए आरक्षण की सिफारिश की गर्इ हैं। और यह जल्द ही दिया जाएगा।

उन्होंने आगे कहा कि अनुच्छेद 370 के तहत विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद ही आरक्षण संभव हुआ हैं। इसे हटाने से अल्पसंख्यकों, दलितों, आदिवासियों, पहाड़ी लोगों को उनका अधिकार मिलेगा और मुस्लिम बहुत केंद्र शासित प्रदेश में हिंदू धार्मिक अल्पसंख्यक हैं।

बता दें, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तीन दिवसीय यात्रा पर जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं। अमित शाह की जम्मू-कश्मीर में रैली से पहले प्रशासन ने राज्य के जम्मू और राजौरी जिलों में मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं। केंद्रीय गृह मंत्री सोमवार शाम से ही राज्य की दो दिवसीय यात्रा पर हैं।

गृहमंत्री यहां दो रैलियों को संबोधित करेंगे। वह जम्मू संभाग के राजौरी जिले में एक रैली मंगलवार को और उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में आयोजित एक अन्य रैली बुधवार को संबोधित करेंगे।

सोमवार को डोगरा समुदाय के प्रतिनिधियों समेत कई प्रतिनिधिमंडलों ने गृह मंत्री के साथ भेंट की और सूत्रों के अनुसार इस बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहे थे।

अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाने में महाराजा हरि सिंह जी के योगदान को नमन करते हुए उनकी जयंती पर राजकीय अवकाश घोषित किया है। उन्होंने आगे लिखा कि जम्मू में डोगरा समाज के प्रतिनिधियों ने भेंट कर इस निर्णय पर मोदी जी का हृदय से धन्यवाद किया।“

आपको बता दें, पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर में दो बड़े आतंकी हमले हो चुके हैं जिसको देखते हुए जनसभा से पहले सुरक्षा के बहुस्तरीय इंतजाम किए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों के संयुक्त दलों ने चेचरा जंगल, सीरन और दस्सल जट्टान में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया हैं और किसी भी प्रकार के संदिग्ध गतिविधि के मद्देनजर इलाके की गहन जांच भी की गर्इ हैं।