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विपक्ष की अगली बैठक बेंगलुरु में होगी – शरद पवार

विपक्षी पार्टियों की अगली मीटिंग शिमला में न होकर अब यह बैठक बेंगलुरु में होगी। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने जानकारी देते हुए कहा कि विपक्षी दलों की मीटिंग 13 और 4 जुलाई को बेंगलुरु में होगी।

बता दें, विपक्षी दलों की पहली बैठक 23 जून को पटना में हुर्इ थी। इस बैठक में 32 विपक्षी नेताओं ने भाग लिया था। इस बैठक में 15 विपक्षी पार्टियों ने भाग लिया था। इस बैठक को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

शरद पवार ने पीएम मोदी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि, पटना में विपक्षी दलों की बैठक के बाद पीएम मोदी बेचैन हो गए हैं। विपक्ष एक साथ आया इसलिए व्यक्तिगत तौर पर बीजेपी की तरफ से टिप्पणी की जा रही है। जहां पर बीजेपी की सरकार वहां पर जातीय दंगे हो रहे हैं। महाराष्ट्र में जाति धर्म के नाम पर दंगे हो रहे हैं।

आपको बता दें, पटना में विपक्षी दलों की बैठक को लेकर पीएम मोदी ने मंगलवार को कहा था कि जो बीजेपी के घोर विरोधी दल हैं पिछले दो चुनावों में उतनी छटपटाहट नहीं दिखी जितनी आज दिख रही है। उनकी ये बेचैनी दिखलाती है कि देश की जनता ने 2024 के चुनाव में बीजेपी को वापस लाने का मन बना लिया है। वर्ष 2024 में एक बार फिर से भाजपा की जीत होगी।

मणिपुर हिंसा के पीड़ितों से मिलने गए राहुल गांधी को बिष्णुपुर में रोका गया

जातीय संघर्ष में फंसे मणिपुर के दौरे पर गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उस समय पुलिस ने रोक लिया जब वे चूड़ाचाँदपुर की तरफ जा रहे थे। राहुल गांधी का काफिला रोके जाने से नाराज कांग्रेस ने इसकी तीखी निंदा की है। याद रहे विपक्ष पीएम मोदी से मांग करता रहा है कि मणिपुर में हिंसा रोकने के लिए वे वहां का दौरा करें, हालांकि, अभी पीएम वहां नहीं गए हैं।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पूर्वोत्तर के हिंसा प्रभावित राज्य के अपने दो दिवसीय दौरे के लिए सुबह इंफाल पहुंचे और उसके बाद चुराचांदपुर जिले के लिए रवाना हो गए। उन्हें वहां पीड़ितों से मिलना था। राहुल जातीय हिंसा के कारण विस्थापित हुए लोगों से मिलने के लिए राहत शिविरों का दौरा करने वाले हैं, हालांकि, जिस तरह पुलिस ने उन्हें रोका है उससे यह देखना होगा कि उन्हें आगे जाने दिया जाता या नहीं।

मणिपुर में इस साल मई में जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद से 300 से अधिक राहत शिविरों में करीब 50,000 लोग रह रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक राहुल का काफिला विष्णुपुर जिले में रोका गया है। वह इंफाल से करीब 20 किमी ही आगे बढ़ पाए हैं। स्थानीय पुलिस ने ‘सुरक्षा की दृष्टि से’ राहुल गांधी को आगे जाने रोका है।

बता दें कि हिंसाग्रस्त मणिपुर के कांगपोकपी जिले के हरओठेल गांव में गुरुवार सुबह अज्ञात बंदूकधारियों ने बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की थी। गांधी की शुक्रवार को इंफाल में राहत शिविरों का दौरा करने और बाद में कुछ नागरिक संगठनों के सदस्यों से बातचीत करने की भी योजना है। मणिपुर में तीन मई को शुरू हुई हिंसा के बाद, यह कांग्रेस नेता का पूर्वोत्तर के इस राज्य का पहला दौरा है।

इस बीच शिव सेना उद्धव के नेता और सांसद संजय राउत ने कहा है कि वे राहुल गांधी से अपील करेंगे कि वे आने वाले दिनों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल मणिपुर ले जाने की कोशिश करें और अगर भाजपा उसमें नहीं आना चाहती है तो वो उनकी बात है लेकिन और भी पार्टी हैं जो उनके साथ आएंगी।

उधर कांग्रेस के एआईसीसी प्रभारी (नागालैंड) अजय कुमार ने इंफाल में आरोप लगाया कि केंद्र सरकार मणिपुर को खबरों से गायब कराने की कोशिश रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस देश का ध्यान मणिपुर पर केंद्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके मुताबिक मणिपुर में 200 से अधिक लोगों की हत्या हुई है और 1000 से ऊपर घर जले हैं जबकि 700 से अधिक पूजा घर और गिरजाघर तोड़े गए हैं । उन्होंने कहा – ‘राहुल गांधी के दौरे से प्रधानमंत्री को सीख लेनी चाहिए, जिनको कोई चिंता नहीं है।’ 

पीएम आवास पर देर रात तक लंबी चली बैठक, 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर हुआ मंथन

प्रधानमंत्री आवास पर बुधवार को देर रात तक भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक में कुछ अहम मुद्दों पर चर्चा होने की खबरें निकल कर आ रही है। ये बैठक लगभग 5 घंटे तक चली और पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महासचिव बीएल संतोष मौजूद रहे।

सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव और कई राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी संगठन और मोदी सरकार में बड़े फेरबदल होने की भी चर्चाएं तेज है। इस बैठक के बाद जल्द ही कई बड़े फैसलों की जानकारी सामने आ सकती है।

इस बैठक में कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनावों की रणनीति पर मंथन हुआ है। एक तरफ भाजपा ने बूथ स्तर से लेकर सोशल मीडिया तक अपना प्रचार अभियान तेज कर रखा है वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी से लेकर आम कार्यकर्ता तक इन अभियानों में भाग ले रहा है। और इन अभियानों की रिपोर्ट भी पार्टी संगठन के द्वारा नेताओं से मांगी जा रही है।

आपको बता दें, इस वर्ष मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस सभी राज्यों की मिलाकर कुल लोकसभा सीटें 83 हैं। और इस लिहाज से इन सभी राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए बहुत मायने रखते है।

‘ध्रुव’ के बार-बार हादसों का शिकार होने के बाद हुई जांच में पायी गयी खामियां

स्वदेशी और मेक इन इंडिया की मुहिम कई मामलों में सफल रही है, हालांकि, एक रिपोर्ट में देश में विकसित अत्याधुनिक हल्के हेलीकॉप्टर ध्रुव में संभावित खामियों का पता चला है। हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड का डिजाइन और विकसित किया ध्रुव को लेकर यह जांच हाल के समय में हुई कई दुर्घटनाओं को देखते हुए की गयी है।

रिपोर्ट के मुताबिक इसके कुछ घटकों में डिजाइन और धातु विज्ञान संबंधी मुद्दों की पहचान हेलीकॉप्टर की जांच में पता चली है। हालांकि, अब इन खामियों को दूर किया जा रहा है। यह जांच इस तरह के हेलीकॉप्टर से जुड़ी कई दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए की गई थी, जिसके कारण थल सेना और वायुसेना को अपने बेड़े में शामिल हेलीकॉप्टर की उड़ान रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा था।

सुरक्षा जांच होने के बाद उड़ान से रोके गए हेलीकॉप्टर ने अपना परिचालन फिर से शुरू कर दिया। नौसेना, वायुसेना, थल सेना और तटरक्षक बल के पास कुल 325 से अधिक एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर हैं और कुछ दुर्घटनाओं के बाद उन सभी की तकनीकी जांच की गई। एएलएच ध्रुव 5.5 टन वजन श्रेणी में दोहरे इंजन वाला बहु-उद्देश्यीय, बहु-मिशन हेलीकॉप्टर है। इसके सैन्य संस्करण का प्रमाणीकरण 2002 में पूरा हुआ और असैन्य संस्करण का प्रमाणीकरण 2004 में पूरा हुआ था।

रिपोर्ट्स के मुताबिक हेलीकॉप्टर से जुड़ी घटनाओं की जांच के दौरान कुछ घटकों में डिजाइन और धातु विज्ञान के मुद्दों को संभावित खामियों के रूप में पहचाना गया।  एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर को सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है।

जेद्दा में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के सामने गोलीबारी में 2 लोगों की मौत

एक बड़ी घटना में गुरुवार को सऊदी अरब के जेद्दा शहर में स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के सामने गोलीबारी की घटना हुई है। इसमें 2 लोगों की मौत हो गई जिनमें  हमलावर भी शामिल है।  

अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के सामने गोलीबारी की घटना को लेकर मक्का पुलिस ने कहा कि घटना के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है और जांच शुरू कर दी गई है। हमलावर की पहचान होने की पुष्टि भी अभी तक नहीं की गई है।

इस घटना दूतावास की इमारत पर हमला करने वाला हमलावर भी गोलीबारी में मारा गया है  जबकि सुरक्षाकर्मियों में से एक की भी मौत हो गई। घटना के बाद दूतावासों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।

अधिकारियों ने बताया कि हमला बुधवार शाम पौने सात बजे हुआ। कार में सवार एक शख्स जेद्दा में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की इमारत के पास आकर रुका। इस शख्स के हाथ में बन्दूक थी। कार से बाहर निकलते ही इस शख्‍स ने ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दीं जिससे सुरक्षाकर्मियों को संभलने का ज्‍यादा अवसर नहीं मिला। 

राहुल गांधी जातीय हिंसा से ग्रस्त मणिपुर के दो दिन के दौरे के लिए हुए रवाना

कांग्रेस नेता राहुल गांधी जातीय हिंसा से ग्रस्त मणिपुर के लिए रवाना हो गए हैं। वह दो दिन की यात्रा पर वहां गए हैं और विभिन्न समूहों से बातचीत करेंगे। इनमें विस्थापित  राहत शिविरों में रह रहे लोग और सिविल सोसाइटी के सदस्य शामिल हैं।

पिछले दो महीने से मणिपुर हिंसा की चपेट में है। वहां शांति प्रयासों की कई कोशिशें ज्यादा कारगर साबित नहीं हो सकी हैं। राहुल गांधी आज गुरुवार सुबह मणिपुर के अपने दो दिवसीय दौरे पर नई दिल्ली से रवाना हो गए।

अपने इस दौरे के दौरान कांग्रेस नेता पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा की वजह से विस्थापित हुए लोगों से राहत शिविरों में मुलाकात करने जाएंगे। साथ ही वहां पर कई सिविल सोसाइटी के लोगों से भी बातचीत करेंगे।

राहुल गांधी का हिंसाग्रस्त राज्य का यह पहला दौरा है। राहुल गांधी और कल मणिपुर में रहेंगे, इस दौरान वह कई राहत शिविरों का दौरा करेंगे। साथ में राजधानी इंफाल और चुराचांदपुर जिले में सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे।

गांधी की यात्रा से पहले कांग्रेस ने बताया – ‘इंफाल पहुंचने के बाद वह चुराचांदपुर जाएंगे, जहां वह राहत शिविरों का दौरा करेंगे। फिर वह विष्णुपुर जिले के मोइरांग में विस्थापित हुए लोगों से उनका हालचाल जानेंगे।’

राहुल शुक्रवार को इंफाल में रहेंगे और इस दौरान वह राहत शिविरों का दौरा करेंगे, फिर लोगों से बातचीत भी करेंगे। मणिपुर में इस साल मई के शुरुआती हफ्ते में जातीय संघर्ष के शुरू होने के बाद से 300 से अधिक कैंपों में करीब 50 हजार लोग रहने को मजबूर हैं।

चंंद्रशेखर आजाद पर हुए जानलेवा हमले के बाद यूपी पुलिस ने चार संदिग्ध को लिया हिरासत में

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पर बुधवार को हुए जानलेवा हमले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने चार संदिग्ध लोगों को हिरासत में ले लिया है। और जिस गाड़ी से हमलावर आए थे उस गाड़ी को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। हालांकि पुलिस ने अभी इस मामले पर कोई बयान नहीं दिया है।

इस हमले को लेकर भीम आर्मी ने एक ट्वीट कर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, “देवबंद में राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद पर जानलेवा हमला हुआ है। ये बहुजन मिशन मूवमेंट को रोकने का कायराना कृत्य है। आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी, सख्त कार्रवाई और चंद्रशेखर आजाद की सुरक्षा की मांग करते हैं।“

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मामले पर कहा कि, “जिस राज्य में जन प्रतिनिधि सुरक्षित नहीं, वहां आम जनता का क्या होगा।“

बता दें, चंद्रशेखर के मुताबिक हमलावरों की गाड़ी सहारनपुर की तरफ मुड़ गई थी। लेकिन उनके कुछ कार्यकर्ताओं ने आरोपियों की शक्ल देख ली थी। पुलिस पूछताछ कर जानकारी जुटाने में लगी है कि क्यों भीम आर्मी चीफ पर जानलेवा हमला हुआ।

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद पर हुआ जानलेवा हमला, सरकारी अस्पताल में भर्ती

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर सहारनपुर के देवबंद इलाके में अज्ञात लोगों ने फायरिंग की। एक कार से बदमाशों ने आजाद पर फायरिंग की है। इस कार पर हरियाणा का नंबर था।

चंद्रशेखर अपनी फॉर्चूनर कार से देवबंद दौरे पर पहुंचे थे। उन्हें छूते हुए गोली निकल गई और वे घायल हो गए। उनकी कार पर गोली के निशान साफ देखे जा सकते है। उन्हें घायल अवस्था में देवबंद के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बता दें, चंद्रशेखर को गोली के छर्रे लगे हैं हालांकि उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। फायरिंग में उनकी कार के शीशे भी टूट गए है। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर नाकाबंदी कर हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है।

एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि, “आधे घंटे पहले चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर कुछ कार सवार हथियारबंद लोगों ने गोलीबारी की थी। एक गोली उनके पास से निकल गई। वह ठीक है। उन्हें इलाज के लिए सीएचसी ले जाया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।”

समान नागरिक संहिता पर आप ने किया केंद्र का समर्थन

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संदीप पाठक ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लेकर समर्थन जताया है और सलाह दी है कि सभी धर्मों, संप्रदायों और राजनीतिक दलों के साथ बड़े स्तर पर बैठक कर सहमति बनाई जानी चाहिए।

संदीप पाठक ने कहा कि, “सभी धर्म, संप्रदाय और राजनीतिक दलों से बात हो। कुछ मुद्दे ऐसे होते हैं, जिन्हें आने वाले समय में पलट नहीं सकते, कुछ मुद्दे ऐसे होते हैं जो देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। ऐसे मूलभूत मुद्दों पर सत्तावादी तरीके से जाना ठीक नहीं है तो वाइडर कंसल्टेशन की जरूरत है। सबसे बात करके सहमति इस पर बननी चाहिए ये हमारा मानना है।“

उन्होंने आगे कहा कि, “आर्टिकल 44 भी यह कहता है कि यूसीसी होना चाहिए। लेकिन आप का यह मानना है कि इस मुद्दे पर सभी धर्म और राजनीतिक दलों से बातचीत होनी चाहिए। सबकी सहमति के बाद ही इसे लागू किया जाना चाहिए।”

आपको बता दें, समान नागरिक संहिता लंबे भाजपा के तीन प्रमुख चुनावी मुद्दों में से एक रही है, जिसमें जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करना, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण और तीसरा यूसीसी।

हालांकि विधि आयोग ने 14 जून को यूसीसी पर नए सिरे से विचार की प्रक्रिया शुरू की थी। और सभी राजनीतिक रूप से संवेदनशील मुद्दे पर सार्वजनिक और मान्यता प्राप्त धार्मिक संगठनों समेत हितधारकों से राय मांगी थी।

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड तैयार कराएगा यूसीसी को लेकर ड्राफ्ट, पीएम मोदी के बयान के बाद हुई बैठक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भोपाल में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर बयान देते हुए कहा था कि “एक घर में एक सदस्य के लिए एक कानून हो और दूसरे के लिए दूसरा तो घर चल पाएगा क्या?”

पीएम मोदी के इस बयान के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इस मामले पर अहम बैठक बुलाई। इस बैठक कई वरिष्ठ वकील भी मौजूद रहे और यूसीसी के कानूनी पहलुओं पर लंबी चर्चा हुई।

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक में फैसला हुआ कि यूससी को लेकर जल्द ही एक ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा और यूसीसी के कानूनी पहलुओं, शरीयत के जरूरी हिस्सों को ड्राफ्ट किए जाना भी शामिल है।

इस बैठक में तय हुआ कि लॉ कमीशन के अध्यक्ष से भी मुलाकात की जाएगी और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा तैयार किया गया ड्राफ्ट को ध्यान में रखते हुए यूसीसी का ड्राफ्ट तैयार किया जाए।आपको बता दें, लॉ कमीशन समान नागरिक कानून (यूसीसी) को लेकर एक रिपोर्ट तैयार कर रहा है। और इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए लॉ कमीशन ने आम जनता से यूसीसी के लिए राय मांगी है।